भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस
रिलीज़ जारी करके बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान
तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान ख़ान से टेलीफ़ोन पर बातचीत की है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस रिलीज़ ट्वीट की जिसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान चुनावों
में इमरान की पार्टी पीटीआई के सबसे बड़ा दल बनने पर बधाई दी है.रेस रिलीज़ में लिखा है, "प्रधानमंत्री ने पीटीआई चेयरपर्सन इमरान ख़ान से बात की और उन्हें पाकिस्तान में हाल में हुए नेशनल असेंबली के चुनावों
में उनकी पार्टी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने पर बधाई दी है."
इसमें आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होंगी.
25 जुलाई को हुए मतदान के बाद आए परिणामों में नेशलन असेंबली में पीटीआई
सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़)
दूसरे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) तीसरे स्थान पर रही थी.
25 जुलाई को हुए मतदान के बाद आए परिणामों में नेशलन असेंबली में पीटीआई
सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) दूसरे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) तीसरे स्थान पर रही थी.हालांकि, पीएमल नवाज़ और पीपीपी के अलावा कई पार्टियां चुनावों में धांधली के आरोप
लगा चुकी हैं और वह फिर से चुनाव कराने की मांग कर रही हैं.
वहीं,
पार्टी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद इमरान ख़ान ने 26 जुलाई को
दिए अपने भाषण में कहा था कि वह विभिन्न पार्टियां के साथ हर जांच के लिए तैयार हैं.उन्होंने अपने भाषण के अंत में भारत पर भी टिप्पणी की थी
और कहा था कि वह बातचीत के पक्षधर हैं. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों को
अधिक से अधिक व्यापार करना चाहिए और बातचीत के लिए भारत एक क़दम आगे आता है
तो वह दो क़दम चलकर जाएंगे.
हालांकि,
पीएमल नवाज़ और पीपीपी के अलावा कई पार्टियां चुनावों में धांधली के आरोप
लगा चुकी हैं और वह फिर से चुनाव कराने की मांग कर रही हैं.भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस रिलीज़ जारी करके बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान
तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान ख़ान से टेलीफ़ोन पर बातचीत की
है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस रिलीज़ ट्वीट की
जिसमें बताया गया है कि.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान चुनावों
में इमरान की पार्टी पीटीआई के सबसे बड़ा दल बनने पर बधाई दी है.रेस रिलीज़ में लिखा है, "प्रधानमंत्री ने पीटीआई चेयरपर्सन इमरान ख़ान से बात की और उन्हें पाकिस्तान में हाल में हुए नेशनल असेंबली के चुनावों
में उनकी पार्टी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने पर बधाई दी है."
इसमें आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होंगी.
25 जुलाई को हुए मतदान के बाद आए परिणामों में नेशलन असेंबली में पीटीआई
सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) दूसरे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) तीसरे स्थान पर रही थी.
25 जुलाई को हुए मतदान के बाद आए परिणामों में नेशलन असेंबली में पीटीआई
सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़)
दूसरे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) तीसरे स्थान पर रही थी.हालांकि,
पीएमल नवाज़ और पीपीपी के अलावा कई पार्टियां चुनावों में धांधली के आरोप
लगा चुकी हैं और वह फिर से चुनाव कराने की मांग कर रही हैं.
वहीं,
पार्टी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद इमरान ख़ान ने 26 जुलाई को दिए अपने भाषण में कहा था कि वह विभिन्न पार्टियां के साथ हर जांच के लिए
तैयार हैं.उन्होंने अपने भाषण के अंत में भारत पर भी टिप्पणी की थी
और कहा था कि वह बातचीत के पक्षधर हैं. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों को
अधिक से अधिक व्यापार करना चाहिए और बातचीत के लिए भारत एक क़दम आगे आता है
तो वह दो क़दम चलकर जाएंगे.
हालांकि,
पीएमल नवाज़ और पीपीपी के अलावा कई पार्टियां चुनावों में धांधली के आरोप
लगा चुकी हैं और वह फिर से चुनाव कराने की मांग कर रही हैं.वहीं,
पार्टी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद इमरान ख़ान ने 26 जुलाई को
दिए अपने भाषण में कहा था कि वह विभिन्न पार्टियां के साथ हर जांच के लिए
तैयार हैं.
उन्होंने अपने भाषण के अंत में भारत पर भी टिप्पणी की थी और कहा था कि वह बातचीत के पक्षधर हैं. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों को
अधिक से अधिक व्यापार करना चाहिए और बातचीत के लिए भारत एक क़दम आगे आता है
तो वह दो क़दम चलकर जाएंगे.वहीं, पार्टी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद इमरान ख़ान ने 26 जुलाई को
दिए अपने भाषण में कहा था कि वह विभिन्न पार्टियां के साथ हर जांच के लिए
तैयार हैं.
उन्होंने अपने भाषण के अंत में भारत पर भी टिप्पणी की थी
और कहा था कि वह बातचीत के पक्षधर हैं. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों को
अधिक से अधिक व्यापार करना चाहिए और बातचीत के लिए भारत एक क़दम आगे आता है
तो वह दो क़दम चलकर जाएंगे.